मातोश्री पर उद्धव के साथ 2 घंटे तक मंथन
शरद पवार ने चली शतरंज की चाल
Shivsena में हुई बगावत के बाद पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे बड़ी मुश्किल में है ऐसे में जानकारों का कहना है कि ठाकरे को ही सियासी संकट से बचाने में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार उनके तारणहार बनेंगे अपनी इस योजना के तहत शुक्रवार को मुंबई में बारिश के बावजूद शरद पवार अपनी टीम के साथ उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए मातोश्री पहुंचे ।
पवार के साथ राकांपा के सांसद प्रफुल्ल पटेल उप मुख्यमंत्री अजीत पवार राकांपा प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील और शिवसेना सांसद संजय रावत भी मौजूद थे इन नेताओं के बीच करीब 2 घंटे तक चर्चा चली सूत्रों के मुताबिक राजनीति के माहिर खिलाड़ी माने जाने वाले पवार ने मौजूदा राजनीतिक संकट से उद्धव को बाहर निकालने के लिए एक मास्टर प्लान तैयार किया है बीजेपी से गठबंधन तोड़ने के बाद उन्होंने राज्य में सरकार बनाने के लिए शरद पवार की मदद ली थी वही जब एक बार फिर सरकार बचाने के लिए ठाकरे संघर्ष कर रहे हैं तो उनकी मदद के लिए पवार आगे आए हैं ।
बागी विधायकों को बर्खास्त करवाने की रणनीति
सूत्रों के मुताबिक शरद पवार की योजना सबसे पहले बागी विधायकों को बर्खास्त करवाने की है इसी प्लान के तहत शिवसेना की तरफ से विधानसभा उपाध्यक्ष को 16 बागी विधायकों की लिस्ट भेजी गई है अगर यह योजना कामयाब होती है तो बर्खास्त विधायकों को अपनी विधायकी बचाने के लिए कोर्ट का रुख करना होगा पवार को कोशिश इस सारे मामले को कानूनी दांवपेच में उलझाने की है ताकि समय कुछ समय निकल जाए और बागी विधायकों का मनोबल टूट जाए ऐसा कर शिंदे के गुट को कमजोर किया जा सकता है और बाकी बचे नाराज विधायकों को एक बार फिर शिवसेना में लौटने के लिए विवश किया जा सकता है।
बहुमत का दावा
राष्ट्रवादी कांग्रेस अध्यक्ष शरद पवार ने गुरुवार को अपने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया था की अगर विधानसभा में फ्लोर टेस्ट होता है तो आघाडी सरकार अपना बहुमत साबित करने में कामयाब रहेगी।
कानूनी सलाह लेंगे
उपमुख्यमंत्री अजित पवार का भी दावा है क्या गाड़ी सरकार के पास पर्याप्त बहुमत है उन्होंने सरकार बचाने की मुहिम के लिए कानूनी सलाह लेने की बात कही है जाहिर तौर से आघाडी सरकार की कोशिश जिंदगी बागी गुट को कानूनी दांव पर स्कूल जाने की है ताकि बगावत की पूरी स्क्रिप्ट को फेल किया जा सके।