गणपति बप्पा और चंद्र देव भरेंगे भंडार
प्रथम पूज्य गौरी नंदन गणेश की सहज कृपा प्राप्त करने के लिए हर माह के कृष्ण पक्ष की संस्कृति चतुर्थी पर उनकी उपासना करने की परंपरा अनादि काल से चली आ रही है। वैसे तो शुक्र की विनायक चतुर्थी पर भी गणपति उपासना की जाती है। लेकिन संकष्टी का महत्व अधिक बताया गया है आषाढ़ माह की संकष्टी चतुर्थी पर आज 17 जून को सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है । जिससे व्रत करने वालों पर गणपति बप्पा के साथ चंद्र देव की कृपा दृष्टि बनाए रखें रखते हुए भंडार भरेंगे।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सर्वार्थ सिद्धि योग चतुर्दिक सफलता प्रदान करने वाला होता है। इस को ध्यान में रखते हुए दादर के प्रभादेवी स्थित श्री सिद्धि विनायक गणपति मंदिर और टीटवाला स्थित प्राचीन महागणपति मंदिर में विशेष पूजा आयोजित की गई है।
संकष्टी चतुर्थी पर चंद्रोदय
संकष्टी चतुर्थी की रात चंद्रमा की पूजा करने की विधि व्रत पूर्ण नहीं होता क्योंकि चंद्रदेव को गणेश से वरदान प्राप्त है 17 जून की रात 10:03 पर चंद्रमा का उदय होगा।